नई दिल्ली: भारत में आबादी का एक हिस्सा तेजी से अमीर हो रहा है। करीब 6 करोड़ लोगों के इस टॉप ग्रुप की प्रति व्यक्ति आय 8 लाख 28 हजार रुपये सालाना से अधिक है जबकि भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,74,000 रुपये सालाना के करीब है। ये लोग प्रीमियम गहनों, हाई-एंड कारों, महंगे घरों, लग्जरी आइटम्स, प्रीमियम हेल्थकेयर और सैर-सपाटे पर बाकी लोगों के मुकाबले 8 से 10 प्रतिशत तक अधिक खर्च कर रहे हैं। इन सेगमेंट्स में प्रीमियम प्रोडक्ट्स और सर्विसेज ऑफर करने वाली कंपनियों को इसका बड़ा फायदा हो रहा है। उनका कारोबार बाकी कंपनियों के मुकाबले तेजी से बढ़ रहा है। यह जानकारी गोल्डमैन सैक्स की ‘द राइज ऑफ एफ्लुएंट इंडिया’ रिपोर्ट में दी गई है।
टॉप कंज्यूमर की संख्या तेजी से बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के इस टॉप कंज्यूमर ग्रुप की आबादी वित्त वर्ष 2019 से 2023 के बीच 12 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ी। अनुमान लगाया गया है कि अगर यही रफ्तार बनी रही तो साल 2027 तक ऐसे लोगों की संख्या 10 करोड़ हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया कि इस ‘समृद्ध भारत’ का सबसे बड़ा फायदा सैर-सपाटे, जूलरी, ऑनलाइन फूड ऑर्डर, क्विक सर्विस रेस्तरां, हेल्थकेयर सहित हर कैटेगरी में प्रीमियम ब्रैंड्स को मिल रहा है। मीडियम टर्म में इन कैटेगरीज में 15-16 प्रतिशत की ग्रोथ दिख सकती है। इसके चलते इन सेगमेंट्स की कंपनियों के शेयरों का प्रीमियम वैल्यूएशन बने रहने का अनुमान है।इन कंपनियों का है दबदबा
रिपोर्ट में कहा गया कि इन सेगमेंट्स में कई ऐसी कंपनियां हैं, जिनका अपने क्षेत्र में दबदबा है। इनमें टाइटन, अपोलो, फीनिक्स, मेकमायट्रिप, जोमैटो, देवयानी, सैफायर और आयशर खास हैं। टाइटन और आयशर जैसी कंपनियों को जहां अपने दमदार ब्रैंड का फायदा मिलता है, वहीं अपोलो और फीनिक्स जैसी कंपनियों के कारोबारी क्षेत्र में एंट्री बैरियर बड़ा है। इनके बिजनेस सेगमेंट में किसी कंपनी के लिए उतरना कॉस्ट के लिहाज से आसान नहीं है। जोमैटो जैसी कंपनियों के साथ बड़े नेटवर्क का फायदा है।टॉप कंज्यूमर्स का ग्रुप बढ़ने का असर यह हुआ है कि पिछले 3 वर्षों में इस ग्रुप को ध्यान में रखकर बिजनेस करने वाली कंपनियों की ग्रोथ मास कंजम्पशन पर फोकस करने वाली कंपनियों के मुकाबले तेज रही। उदाहरण के लिए, FMCG में नेस्ले इंडिया की ग्रोथ हिंदुस्तान यूनीलीवर से अधिक रही, तो फुटवियर में बाटा से तेज ग्रोथ मेट्रो की है। फैशन में ट्रेंट वी-मार्ट से तेज बढ़ रही है, तो पैसेंजर व्हीकल्स में एसयूवी कैटेगरी की ग्रोथ एंट्री लेवल कारों से ज्यादा है।दमदार रही कंपनियों की ग्रोथ
टॉप इनकम कंजम्पशन से जुड़ी कैटेगरीज की कंपनियों की ग्रोथ दमदार रही है। जैसे, जूलरी में टाइटन, ट्रैवल में मेकमायट्रिप और इंडियन होटल्स, प्रीमियम रिटेल में फीनिक्स मिल्स, प्रीमियम ऑनलाइन ब्यूटी में नायका और प्रीमियम हेल्थकेयर में अपोलो हॉस्पिटल्स जैसे नाम हैं। इसी तरह घर से बाहर खाने-पीने वाले सेगमेंट में जोमैटो, देवयानी, सैफायर, जुबिलेंट और प्रीमियम टू-व्हीलर सेगमेंट में आयशर और प्रीमियम एसयूवी-कारों के सेगमेंट में महिंद्रा एंड महिंद्रा को फायदा हुआ है।रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले 12 महीनों में ‘एफ्लुएंट इंडिया’ लिस्ट वाली कंपनियों के वित्त वर्ष 2024 के रेवेन्यू एस्टिमेट में 7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। वहीं मास कंजम्पशन वाली कंपनियों के कंसेंसस रेवेन्यू एस्टिमेट में 3 प्रतिशत की गिरावट रही।कई स्टॉक्स को हो रहा फायदा
रिपोर्ट में कहा गया कि ‘एफ्लुएंट इंडिया’ की तेज कंजम्पशन ग्रोथ से कई स्टॉक्स को फायदा हो रहा है, लेकिन सभी कंपनियों का बिजनेस मॉडल ऐसा नहीं है, जो होड़ बढ़ने पर उनको कारोबारी बढ़त दे पाए। रिपोर्ट में कहा गया कि एफ्लुएंट इंडिया का आकार बढ़ने के अलावा दमदार बिजनेस मॉडल, पिछले ट्रैक रिकॉर्ड और भविष्य की योजनाओं के आधार पर गोल्डमैन सैक्स के इंडिया कवरेज में कुछ टॉप पिक्स हैं। इनमें टाइटन, अपोलो हॉस्पिटल्स, मेकमायट्रिप, आयशर मोटर्स, जोमैटो, देवयानी, सैफायर और फीनिक्स मिल्स को इस थीम का फायदा होगा।from https://ift.tt/cBa4DOv
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