लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चल रहे शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ। अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सपा विधायक पल्लवी पटेल के एक बयान पर बवाल मच गया है। पल्लवी पटेल ने जातिजनगणना के मुद्दे पर बहस करते हुए बीजेपी के दलित, पिछड़े विधायकों को लेकर एक विवादित टिप्पणी कर दी है। पल्लवी ने सदन में कहा कि बीजेपी में पर्याप्त संख्या में दलित और पिछड़ों की नुमाइंदगी करने वाले सदस्य बैठे हुए हैं, लेकिन सबके सब पंगु हैं। पल्लवी के इस बयान पर सदन के भीतर से लेकर बाहर तक विरोध शुरू हो गया है। योगी सरकार में मंत्रियों ने मांगी मांगने की मांग की है। साथ मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि सदन और सड़क पर बोलने में बड़ा फर्क है।आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने सपा विधायक पलवी पटेल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि सपा की पहली बार की विधायक ने जिस अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया वो बिल्कुल भी उचित नहीं है। नितिन अग्रवाल ने कहा कि उन लोगों को सीखने की जरूरत है, उन्हें सीखना होगा कि सदन में क्या आचरण होना चाहिए और कैसे बोलना चाहिए। सपा विधायक ने बीजेपी के दलित, पिछड़ें विधायकों को लेकर जो टिप्पणी की है वो निंदनीय है। इसके लिए पल्लवी पटेल को सदन में मांफी मांगनी चाहिए।
सपा को लेना चाहिए संज्ञान
कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि सपा विधायक ने जातिगत टिप्पणी की और विधायकों को लेकर बहुत खराब शब्दों का इस्तेमाल किया है। कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि एक महिला विधायक होकर इस प्रकार का काम करना यह बहुत ही निंदनीय है। सपा विधायक को ऐसा नहीं करना चाहिए था, उनकी पार्टी के नेता को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए। इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि सदन में और सड़क पर बोलने में बड़ा फर्क है। सदन एक मर्यादित सदन है। देश और दुनिया के लोग इसे देखते हैं। एक एक शब्द का महत्व होता है, एक एक शब्द लिखा जाता है। इसलिए इस टिप्पणी पर हमें घोर आपत्ति है।धर्म विशेष के नाम पर तुष्टिकरण का आरोप
बताते चले कि अपना दल कमेरवादी पार्टी की नेता व सपा विधायक पल्लवी पटेल सदन के तीसरे दिन बीजेपी पर हमलावर थी। पल्लवी पटेल ने कहा कि जब इस अनुपूरक बजट को पढ़ा तो ख्याल आया कि अनुपूरक बजट क्या है। बीजेपी खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है। पल्लवी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सांच को आंच नहीं है तो जवाब दीजिये की क्या उत्तर प्रदेश सिर्फ हिंदुओ का प्रदेश है। एक धर्म विशेष के नाम का आप तुष्टिकरण करते हैं। सपा विधायक ने पूछा कि इस बजट में जैन, सिख, गुरुद्वारों, बौद्ध, बौद्ध मठों और नाथ सम्प्रदाय को क्या दिया है। क्या यह धर्म स्थल और इन धर्मो में आस्था रखने वालों की आस्था नहीं है।पिछड़े-दलितों के नाम पर सत्ता
पल्लवी पटेल ने आगे कहा कि यूपी की बहुसंख्यक आबादी इस देश के दलित और पिछड़ा ने बनाई है। इनके हक और अधिकारों की चर्चा इस सदन में प्राथमिकता के आधार पर होनी चाहिए। सपा विधायक ने कहा कि यूपी में जातिवार जनगणना के लिए मैंने अपना निजी विधेयक प्रस्तुत किया है। ये विधेयक बीजेपी विधायकों के द्वारा प्रस्तुत होना चाहिए था। क्योंकि यूपी में पिछड़ों और दलितों के नाम पर सत्ता लेकर यह बैठे हुए हैं। इनके पास पर्याप्त संख्या में दलित और पिछड़ों का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य है, लेकिन सबके सब पंगु है। पल्लवी के इस बयान के बाद सदन में सेम-सेम के नारे लगने लगे। इस पर सपा विधायक ने कहा कि आप सेम कहे चाहे कुछ कहे पर सच्चाई नहीं छुपने वाली है। आप पंगु है। अब इस बयान पर सियासत भी शुरू हो गई है।from https://ift.tt/RIma54F
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