फरीदाबाद: क्रेडिट कार्ड के पॉइंट्स रिडीम करने का झांसा देकर साइबर ठगों ने डिपार्टमेंट ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज से रिटायर्ड चीफ एग्जीक्यूटिव के बैंक खाते से लाखों रुपये ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित ने बताया कि इस मामले में उन्होंने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत दी है। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में रविवार को केस दर्ज कर लिया है।डिपार्टमेंट ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज से रिटायर्ड जयंत तिवारी ने बताया कि उनके पास 26 सितम्बर को बैंककर्मी बनकर एक व्यक्ति का कॉल आया। व्यक्ति ने बताया कि उनके क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स रिडीम करने के लिए उन्हें ऐप डाउनलोड करना होगा। पीड़ित ने ऐप डाउनलोड कर लिया। जिसके बाद 15 मिनट में उनके बैंक खाते से 04 बार में 6.45 लाख रुपये साइबर ठगों ने ट्रांसफर कर लिए।'कोई बैंक डिटेल्स साझा नहीं की थी'पीड़ित ने बताया कि उन्होंने कोई बैंक डिटेल्स साझा नहीं की थी। मगर उन्होंने यूजर आईडी और पासवर्ड फोन के नोट्स में सेव कर रखा था। जहां से साइबर ठगों ने बैंक के यूजर नेम और पासवर्ड के जरिए अकाउंट से पैसे निकाल लिए। पीड़ित ने बताया कि उनके रिटायरमेंट की सारी जमापूंजी उसी खाते में थी। साइबर थाना सेंट्रल ने शिकायत प्राप्त करने के बाद रविवार को इस मामले में केस दर्ज किया है।क्या होता है RATरिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) एक मैलवेयर प्रोग्राम है। यह प्रोग्राम हैकर्स और साइबर ठगों को दूर से पीड़ित के मोबाइल, लैपटॉप या फिर कंप्यूटर को नियंत्रित करने की अनुमति देता है। RAT के ज़रिए हैकर्स, पीड़ित के डिवाइस तक पूरा कंट्रोल प्राप्त कर सकते हैं।क्या-क्या कर सकता है यह RAT-माइक्रोफोन, फ्रंट और रियर कैमरा का एक्सेस-SMS और मल्टीमीडिया मैसेज कंटेंट, कॉल लॉग-SMS भेजना और मैसेज ब्लॉक करना-फोन कॉल करना-स्क्रीन कैप्चर करना-GPS और Network को ओवरराइट करना-फोन सिस्टम के फाइल को मोडिफाई करना
from https://ift.tt/fPvw2KR
No comments:
Post a Comment