नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव में (AAP) पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बजाय अकेले चुनावी मैदान में उतरने की इच्छुक है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। दोनों दल I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा हैं। AAP ने पंजाब विधानसभा चुनाव में भारी जीत के साथ सत्ता हासिल की थी। वह 117 सीट जीती थी। कांग्रेस सिर्फ 18 सीट जीतने में कामयाब रही थी। विपक्षी खेमे के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस भी पंजाब में AAP के साथ गठबंधन के बिना लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छुक है।मंगलवार को I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक हुई थी। इसमें विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से संयुक्त रूप से मुकाबला करने की खातिर जनवरी के मध्य तक लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई थी। दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन को तैयार है AAPसाल 2020 में AAP ने दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 62 सीट जीतकर तीसरी बार सत्ता हासिल की थी। हालांकि, पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं।सूत्रों ने कहा कि आप राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीट में से तीन कांग्रेस के लिए छोड़ने को तैयार है। विपक्षी खेमे का मानना है कि कांग्रेस और आप के पास अकेले लड़ने और इसे त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के बजाय एक टीम के रूप में राष्ट्रीय राजधानी में अधिक लोकसभा सीट जीतने की बेहतर संभावना है।पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीटें जीती थी बीजेपी साल 2014 और 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट जीती थीं। 2019 में कांग्रेस और आप के संयुक्त वोट भाजपा उम्मीदवारों से काफी कम थे। पंजाब और दिल्ली में सीट बंटवारे पर चर्चा 30 दिसंबर के बाद होने की संभावना है।
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