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Saturday, June 24, 2023

अमरक उपरषटरपत और वदश मतर क दल क तर ह छड दए! कटनत क कशल म गजब ह पएम मद

किसी के दिल के तारों को कैसे छेड़ा जाता है, यह पीएम मोदी अच्छी तरह जानते हैं। उनके इस कौशल की एक झलक तब मिली जब वो अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस और वहां के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के प्रति, उनके गर्मजोशी भरे अंदाज के लिए, धन्यवाद ज्ञापित कर रहे थे। पीएम के साथ कमला हैरिस और एंटनी ब्लिंकन मंच पर ही थे। मौका था दोपहर के भोजन यानी लंच के बाद दो शब्द बोलने का। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्मान में विदेश मंत्रालय में लंच का आयोजन किया था। पहले एंटनी ब्लिंकन और फिर कमला हैरिस ने अपनी-अपनी बातें रखीं। और जब पीएम मोदी का मौका आया तो उन्होंने वही किया जिसे जादू कह दें अतिशयोक्ति नहीं होगी- शब्दों का जादू। पीएम ने एक-एक कर दोनों के दिलों के तार छेड़ दिए। पहले कमला के और फिर ब्लिंकन के।

पीएम मोदी की इन बातों का कमला हैरिस पर असर को महसूस कीजिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'भारत और अमेरिका के संबंधों की मधुर गीतमाला, पीपल टु पीपल टाइ सुरों से पिरोई गई है। इन संबंधों का उदाहरण हमें कदम-कदम पर देखने को मिलता है। उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की माताजी डॉ. श्यामला गोपालन 1958 में भारत से अमेरिका आई थीं। उस समय अधिकांश लोगों के पास फोन नहीं होता था। इसलिए इनकी माता जी हाथ से लिखकर अपने परिवारजनों को पत्र भेजा करती थीं। उन्होंने कभी भी भारत से रत्तीभर नाता टूटने नहीं दिया था। एक जीवतंता बनाए रखी थी। जो भी उपलब्ध माध्यम था, उसका सर्वाधिक उपयोग भारत को, अमेरिका के जीवन को निरंतर जोड़ने में होता रहा। हजारों मिलों की दूरी के बाद भी भारत हमेशा उनका करीबी था। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस उनकी प्रेरणा को आपने नई बुलंदियों पर पहुंचाया है। आपकी उपलब्धियां केवल अमेरिका नहीं, भारत और पूरे विश्व की महिलाओं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है, बहुत प्रेरित करती हैं।' पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है।

पीएम मोदी की ये बातें कैसे भूल पाएंगे एंटनी ब्लिंकन?

अब बारी आती है एंटनी ब्लिंकन के दिलों के तार से मधुर झंकार निकालने की। पीएम कहते हैं, 'सेक्रेटरी ब्लिंकन, जब मैंने प्रारंभ में सुर और गीतमाला जैसे शब्दों का प्रयोग किया तो मेरा एक इशारा आपकी तरफ भी था।' मोदी यह कहते हुए मुस्कुराते हैं। हॉल से भी ठहाके की आवाज आती है। मोदी फिर बोलेत हैं, 'पूरा विश्व आपके कूटनीतिक कौशल को तो जानता ही है और मैं तो भली-भांति जानने लगा हूं।' मोदी इस बार मुस्कुराने से थोड़ा ज्यादा, हंसते हैं। फिर वो कहते हैं- आपके म्यूजिकल टैलेंट के चर्चे भी बहुत हैं। इस बार हॉल से हंसी की आवाज आती है। फिर मोदी हंसते हैं। वो आगे कहते हैं, 'आप हजारों मिलों का सफर तय करते हुए गंभीर से गंभीर मसलों के बीच संगीत को आपने जगह दी है। यह सभी के लिए बहुत प्रेरक है। हमारी स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप को मजबूत करने में आपका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इसके लिए मैं आपको हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।' पीएम मोदी के इतना कहते ही हॉल फिर से तालियों से गूंजता है। मोदी भी तालियां बजाने लगते हैं। फिर सेकंड भर बाद भाषण आगे बढ़ता है। वो बताते हैं कि कैसे भारत और अमेरिका ने पिछले कुछ वर्षों में दोस्ती की तरफ तेजी से कदम बढ़ाए हैं। इस दौरान वो राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रिय मित्र बताते हैं।

पीएम मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा का आखिरी दिन

इससे पहले, प्रधानमंत्री मौके पर मौजूद लोगों के नाम लेने की औपचारिकता पूरी करते हुए कहते हैं, 'मैं सबसे पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का इस भव्य स्वागत करने के लिए धन्यवाद करता हूं और आप दोनों ने जो गर्मजोशी शब्द कहे उसके लिए भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।' वो कहते हैं, 'पिछले तीन दिनों में मैंने अनेक बैठकों में हिस्सा लिया और कई विषयों में चर्चा की। सभी बैठकों में एक चीज समान थी सब एक मत थे कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता एवं सहयोग और गहरा होना चाहिए।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा का आखिरी दिन शुक्रवार ही है। वो भारत लौटते वक्त मिस्र में रुकेंगे।


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