अनिल सिंह, बांदा: यूपी की बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी को इसी जेल में बंद दूसरे खूंखार अपराधियों के गुर्गों का डर सता रहा है। इसी वजह से बार-बार बांदा जेल से किसी दूसरे प्रांत की जेल में स्थानांतरण की मांग की जा रही है। अब सुप्रीम कोर्ट में याचिका के बाद न्यायालय के आदेश पर माफिया का सुरक्षा घेरा त्रिस्तरीय कर दिया गया है।जब से माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में हत्या हुई है, तब से मुख्तार अंसारी बुरी तरह से डरा सहमा हुआ है। जब भी किसी कोर्ट में वर्चुअल पेशी होती है, उस समय माफिया गिड़गिड़ाते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर तरह-तरह की आशंका व्यक्त करता है। अब मुख्तार के बेटे ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर पिता को किसी अन्य प्रांत की जेल में भेजने का अनुरोध किया है। बताते चलें कि बांदा जेल में कुछ समय पहले खूंखार अपराधी बंद थे। इनमें बांदा शहर के स्टेशन रोड में एक बंदूक की दुकान में हथियारों की लूटपाट करने वाले खूंखार अपराधी सुक्खा पासा, ग्रेटर नोएडा का गैंगस्टर मुन्ना बाबू, बंबइया पासा, वाराणसी का गैंगस्टर मुन्ना खां जैसे अपराधी शामिल थे। जिस समय मुख्तार अंसारी की ओर से इन अपराधियों पर आशंका व्यक्त की गई थी। तभी इन्हें इस जेल से हटा दिया गया था, लेकिन इनके कुछ गुर्गे अभी भी इस जेल में बंद है। इन्हीं गुर्गों से मुख्तार अंसारी डरा हुआ है। इधर जब से मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है, तब से जेल प्रशासन ने मुख्तार की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता कर दिया है। जेल में लगे 73 सीसीटीवी कैमरे में चार कैमरे मुख्तार की बैरक की निगरानी में लगे थे। अब इनकी संख्या बढ़ाकर आठ कर दी गई है। जेल में मुख्तार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला स्तरीय अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।इस बारे में कारागार अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मुख्तार को पहले से ही दो स्तरीय सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। प्रथम घेरे में अन्य जनपदों के जेल अधिकारी और पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी। दूसरे घेरे में यहां की पुलिस को तैनात किया गया है, लेकिन अब तीसरे घेरे में डिप्टी जेलर भी रहेंगे। फिलहाल अभी मुख्तार अंसारी को कहीं बाहर भेजने का कोई आदेश नहीं है। यदि उसे कहीं भेजने का आदेश हुआ तो कड़ी सुरक्षा घेरे में भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जेल में कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को किसी तरह का खतरा नहीं है। यहां पर जो पहले गैंगस्टर बंद थे। शासन के आदेश पर उन्हें दूसरी जेल में भेज दिया गया है।
from https://ift.tt/FMBaCHf
No comments:
Post a Comment